पिछले कुछ समय से जगप्रभा की वेबसाइट पर कोई नयी eBook नहीं आ रही है।
इसका कारण यह है कि फिलहाल मैं ‘बनफूल’ की 30 कहानियों का अनुवाद कर रहा हूँ।
‘बनफूल’ की 70 कहानियों का अनुवाद किया हुआ है, 30 और कहानियों का अनुवाद पूरा हो जाने के बाद— मेरी इच्छा है कि 100 कहानियों के इस संग्रह को हिन्दी का कोई बड़ा प्रकाशक प्रकाशित करे।
एक नामचीन प्रकाशक से मैंने सम्पर्क किया है, नमूने के तौर पर 5 अनूदित कहानियाँ उन्होंने मँगवायी भी है। आगे देखा जाय…
-जयदीप, 12.6.2024